Add To collaction

Tanha raah ka raahi

गर जहाँ में कोई सहारा नहीं है यारा, तो मैं तुम्हारा,
या फिर जहाँ में मुझी को तुमने फिर पुकारा, तो मैं तुम्हारा।

सख़्त लहजा, ज़बान तीखी, मुंफरीद सा है हाल मेरा,
ग़रचे इन पर भी तुमने अपना दिल जो हारा, तो मैं तुम्हारा।

Tariq Azeem Tanha

   21
10 Comments

Neelam josi

21-May-2022 03:46 PM

Very nice 👌

Reply

Haaya meer

19-May-2022 12:55 PM

Amazing

Reply

Muskan khan

19-May-2022 11:49 AM

Very nice

Reply